Saturday 7 March 2015

ईश्वरीय उपहार- एक महिला का प्यार

सैंडी पोएट लाया है एक नयी कहानी इस महिला दिवस पर , कहानी है दो दोस्तों ध्रुव और चेतन की , ध्रुव और चेतन का जनम एक ही दिन हुआ था ,उत्तर भारत के एक छोटे से गाँव में , ध्रुव और चेतन का घर पास पास ही था , एक घर से बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी सिर्फ, जबकि चेतन के घर से लोगों के रोने की आवाज भी आ रही थी , चेतन पैदा हुआ , लेकिन पैदा होते ही माँ चल बसी , एक बच्चा जिसकी माँ जनम के समय ही उसका साथ छोड़ जाए , वो दुनिया का सबसे बदकिस्मत बच्चा होगा I ध्रुव की एक बड़ी बहन भी थी , जबकि चेतन अकेला लड़का था घर में , चेतन के घर पिताजी थे दादाजी , बस इनकी देखरेख में वो बड़ा हुआ, जबकि ध्रुव को माँ का ,बहन का , दादी का दादा का , पिताजी सबका प्यार मिला I दोनों बच्चे बडे हुए , विद्यालय गये , ध्रुव दोस्ताना स्वभाव का था , सबसे प्रेम से बात करता था , विपरीत इसके चेतन बहुत ही गुस्सैल था, सबसे मारपीट करता था,आखिर प्यार शब्द उसने कभी जीवन में सुना ही नहीं था, वो तो एक माँ या बहन ही सीखा सकती थी , जिससे वो वंचित था I कुछ और बडे हुए तो दोनों गाँव से निकल कर शहर की तरफ गये ,शहर में जाकर दोनों नोकरी ढूँढने निकले , ध्रुव जो की शांत स्वभाव का था आसानी से नोकरी मिली, गाँव में माँ को खुशखबरी दी , माँ बहुत खुश हुई आखिर हर माँ को अपने बच्चे की कामयाबी पर गर्व होता है , चेतन जहाँ भी नौकरी के लिए जाता , कटु स्वभाव के कारण कहीं नोकरी नहीं मिली , अंत में वो ध्रुव को कहता है की वो यहाँ से जा रहा है , अब वो और उसके साथ नहीं रह सकता, ध्रुव ने उसे बहुत समझाया की रुक जा , पर चेतन नहीं माना , और शहर की भीड़ में कहीं खो गया , ध्रुव अपनी ज़िन्दगी में नाम कमाने में व्यस्त हो गया , ऑफिस में ध्रुव को सलोनी नाम की एक लड़की पसंद आ गयी , सलोनी बहुत खूबसूरत थी , सलोनी को ध्रुव का मधुर स्वभाव अच्छा लगा वो , वो उससे प्यार करने लगी , और जब एक लड़का लड़की प्यार के बंधन में बंध जाते हैं , सब कुछ अच्छा लगने लगता है , जीवन सकारात्मक सोच से भर जाता है , ज़िन्दगी को मकसद मिल जाता है , सपनो को पूरा करने का हौंसला मिल जाता है , और आपका साथी भी आपको उन सपनो को पूरा करने की पूरी प्रेरणा देता है, ध्रुव की जल्द ही सलोनी से शादी हो गयी , दोनों बहुत खुश थे , एक औरत के आने से जीवन खुशिओं से भर जाता है यकीनन , अब ध्रुव को एकेले खाना नहीं बनाना पड़ता था , सलोनी उसके लिए सुबह शाम खाना बना कर देती थी , और उसके साथ ही ऑफिस जाती थी , जल्द ही उन्होने अपनी कमाई को जोड़ कर एक गाडी खरीद ली , और अगले ही वर्ष सलोनी और ध्रुव के घर एक नन्ही परी आई , सलोनी ने एक बहुत ही प्यारी सी लड़की को जनम दिया , ध्रुव बहुत खुश था , लड़की की देखरेख के लिए गाँव से दादी और माँ भी शहर आ गये , अब आप ही बताईये एक आदमी  जिसे  एक नहीं दो नहीं , जबकि चार चार महिलाओं का प्यार मिले ,तो यकीनन उसकी ज़िन्दगी में खुशिओ की कोई कमी हो ही नहीं सकती .. एक दिन ध्रुव अपनी माँ , दादी , सलोनी और बेटी को ले कर , शोपिंग करने गाडी में ले कर गया ,ध्रुव  एक अच्छा और ईमानदार लड़का , एक अच्छा बेटा, एक अच्छा पति , और एक अच्छा पिता .. वो सब मायने में बेहतर था क्यूंकि वो महिलाओं के साये में पला बड़ा था.. शोपिंग करने के लिए जेसे ही वो सब गाडी से उतरे , सलोनी के हाथ एक झटका सा महसूस हुआ , और देखते ही देखते सलोनी का पर्स गायब हो चुका था , एक भागता हुआ आदमी मुह पे कपडा लपेटे , फटी हुई शर्ट , तेज़ी से सलोनी का पर्स ले कर भागने लगता है , ध्रुव उसका पीछा करता है , और एक दम अचानक से चोर के चेहरे से कपडा उतर जाता है , और जब वो पलट कर देखता है पीछे ध्रुव की तरफ तो , एकाएक दोनों चौंक जाते हैं , वो भागता हुआ चोर और कोई नहीं चेतन ही था .. अच्छी परवरिश ना होने के कारण चेतन का स्वभाव बिगड़ता गया , और कहते हैं ना जिसका आचरण स्वभाब अच्छा है वोही ज़िन्दगी में अच्छाई की राह पर चल सकता है , जो की चेतन को नसीब नहीं हो पाया था , ध्रुव जो की एक  ज़िम्मेदार पति होने का फ़र्ज़ निभाता हुआ भाग रहा था चोर के पीछे , जब उसने देखा की भागता हुआ चोर तो उसके बचपन का दोस्त चेतन है तो उसके कदम धीरे पडने लगे , मानो दोस्ती के प्यार ने उसके कदमो को जकड लिया हो , चेतन पीछे देखता हुआ भागता रहा और कहीं दूर निकल गया , ध्रुव वापिस लौट आया , सलोनी ने पूछा ,” पर्स मिला ?? “  ध्रुव बोला , “ अब शायद  ही वो कभी मिले , चोर को हमसे ज्यादा उसकी ज़रूरत है “
सलोनी ध्रुव के इस जवाव को समझ नहीं पायी ..लेकिन सलोनी ये कभी समझ नहीं सकती की आज जो ध्रुव ने एक चोर को जाने दिया वो विनम्रता उसके ही दिए हुए प्रेम का नतीजा है ,ज़िन्दगी में आपको ध्रुव जेसे लोग भी मिलेंगे और चेतन जेसे भी , अंतर सिर्फ उनकी परवरिश में है , इंसान बुरा नहीं होता उसके हालत उसे बुरा बनने पर विवश करते हैं , और यकीन मानिए ये जो में आपको प्रवचन दिए जा रहा हूँ वो भी मैने एक कोमल हृदय वाली महिला से ही सीखें हैं ,ऐसे लोगो को प्यार चाहिए , प्यार किसी को भी बदल सकता है , जीवन में औरत का योगदान सिर्फ जनम देने तक ही सीमित नहीं , औरत जीवन में प्यार का श्त्रोत है ,वो प्यार एक बहन के रूप में, एक माँ के रूप में ,एक दादी के रूप में , एक पत्नी के रूप में, एक दोस्त के रूप में वो हमे दे सकती है , वोही हमे जीना सीखाती है , उसके बिना ज़िन्दगी में कामयाब होने का ख्वाव देखना भी आपके वश की बात नहीं .. इसीलिए औरतों को सम्मान दीजिये , उनके प्यार को ग्रहन कीजिये और उस प्यार को अपने जीवन में उतारिये , ताकि आपकी ज़िन्दगी ध्रुव जेसी हो , ना की चेतन जेसी ....चलता हूँ फिर मिलेंगे एक नयी कहानी के साथ ,कहानियाँ जो आपको जीना सीखाती हैं , प्यार करना सिखातीं हैं..
आपका अपना कवि
$andy poet    

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