कभी
कभी मुझे लगता था जैसे स्टीव और उसका बेटा हेनरी दोनों ही एक दूसरे से इतनी नफरत
करते थे कि किसी दिन एक दूसरे की जान ही ले लेंगे।
"डेड मेरे रेस के जूते कहाँ हैं ??" हेनरी चिल्लाता है ज़ोर से ।
कमअक्ल मुझे क्या मालूम,हज़ार बार कहा है ,अपनी चीज़ें सम्भाल कर रखा करो, मैं तुम्हारी माँ नही हूँ जो एक एक चीज़ तुम्हे ढूंढ़ ढूंढ़ कर दूंगा,चलता हूँ काम के लिए देर हो रही है " इतना गुर्राते ही स्टीव काम के लिए निकल जाता है।
"मुझे पता है तुम मेरी माँ की जगह कभी नही ले सकते बूढ़े स्टीव" (हेनरी हल्के से फुसफुसाता है)
हेनरी 15 साल का है और उसकी माँ नही है, वो जब चार साल का था तो उसकी माँ चल बसी थी, स्टीव एक पियक्कड़ बाप बन चुका है, अपनी पत्नी मर्सी के गुजरने के बाद अब वो तन्हा हो चुका था, और दिन रात शराब के नशे में चूर रहता था, हेनरी उससे नफरत करता है, और उसमे कुछ गुण अपनी माँ के हैं तो कुछ अपने बाप के।
क्लास में हेनरी हीरो है,सब उसे रोमियो के नाम से बुलाते हैं।
है , रोमियो , तुझे पता है आज क्लास में नई लड़की आई है "हेनरी का जिगरी दोस्त सेम उसके कान में बोलता है।
उसके साथ वाली सीट पर कौन बैठा है??हेनरी उसे पूछता है।
उसके बगल वाली सीट पर पढ़ाकू पीटर बैठा है, कहो तो उसके कमीज़ में कॉकरोच डाल दूँ ?? सेम बोलता है।
नही,तू उसके साथ ऐसा कुछ नही करेगा " हेनरीबोलता है।
ठीक है मगर फिर उसे वहां से उठाएकैसे फिर ? सेम बोलता है ।
मैंने कहा तू वो नही करेगा जो तू चाहता है, तू वो करेगा जो मैं तुझे बोलूंगा” हेनरी मुस्कुराते हुए बोलता है, जैसे उसके दिमाग मे कोई खिचड़ी पक रही हो।
वो सेम के कान में कुछ बोलता है फिर दोनों हसने लगते हैं और क्लास में चले जाते हैं।
क्लास में तीसरे बेंच पर नई लड़की ऐलिस विल्सन बैठी थी , साथ मे पीटर भी था , दोनों कुछ किताबों के बारे में बातें कर रहे थे और हस रहे थे।
एलिस की हल्की नीली आंखें थी,रंग दूध सा सफेद था,और उसके घुंगराले भूरे बाल थे जो उसके चश्मे के रंग से मेल खाते थे। उसने स्कूल की स्कर्ट और शर्ट पहनी थी और हाथ मे अपना रुमाल पकड़ा हुआ था।
वहीं हेनरी भी रंग का गोरा था, उसके बाल सुई की नोंक की तरह खड़े थे,और गालों पर हल्की भूरी बिंदिया सी थी, जो उसे और सुंदर बनाती थी।वो शरारती था और लड़कियों का दीवाना था, वो हर लड़की को अपना दोस्त बना लेता था, लड़कियां उस पर मरती थी।
वो पीटर के पास जाता है और कहता है, "है पीटर, सेम तुम्हे बुला रहा था ।
पीटर बोलता है ," मुझे"
हेनरी बोलता है ," हाँ हाँ तुझे मेरे दोस्त "
सेम पीटर को बुलाता है अपने पास और उसे खाने को सैंडविच देता है।
पीटर पूछता है, "ये किस लिए??"
सेम बोलता है ," तू मेरा दोस्त है ना ।
और सेम खा लेता है और फिर पूरा दिन टॉयलेट में बैठा रहता है।
उधर हेनरी ऐलिस के साथ बैठ जाता है, और उसके बारे में पूछने लगता है।
हेनरी एलिस से पूछता है," हाय मेरा नाम हेनरी और तुम्हारा ??
ऐलिस कुछ जवाब नही देती ,दूसरी बार जब हेनरी पूछता है तो एलिस थोड़े गुस्से में आकर बोलती है ," एलिस।
हेनरी हाथ मिलाने के लिए हाथ आगे बढ़ाता है पर एलिस उठ कर दूसरे बेंच पर बैठ जाती है।
टीचर पूछती है," पीटर कहाँ है ??
उधर से सेम अपनी हंसी दबाने की कोशिश करता है।
टीचर देख लेती है , वो कहती है," खड़े हो जाओ सेम ।
क्यों हस रहे हो ??
सेम की हसी रुक जाती है और वो सिर झुका कर खड़ा हो जाता है ।
उधर से एलिस बोल पड़ती है ," टीचर ये ज़रूर इन दोनों का काम है, जब से हेनरी ने पीटर को सेम के साथ भेज था, तब से वो वापिस लौट कर नही आया।
तभी एक लड़का भाग भाग कर आता है ," टीचर टीचर पीटर टॉयलेट में बेहोश पड़ा है।"
तभी टीचर हेनरी और सेम को खींचते हुए ले जाती है और कहती है उसे उठा कर लाने को।
फटाफट एम्बुलेंस बुला कर पीटर को हॉस्पिटल ले जाया जाता है और प्रिंसिपल , सेम और हेनरी दोनों को अपने अपने माता पिता बुलाने को कहता है।
हेनरी सेम पर चिल्लाता है, "ये सब तेरी वजह से हुआ ना तू उसके सैंडविच में इतना सोडा मिलाता ना ही उसकी हालत इतनी खराब होती, और ऊपर से जो तू ये दांत निकालता है ना उसकी वजह से हम फसे।तू ही लाएगा अपने मोम डेड को बुला के, मेरे डेड का तो तुझे पता ही है। अगर उन्हें पता चला तो वो तो मुझे मार ही डालेंगे।"
सेम हेनरी को इशारा करता है,और बोलता है,"वो देख डेज़ी कैसे देख रही है तुझे "।
हेनरी सेम से कहता है,"उसे छोड़ वो हमेशा ही ऐसे ही देखती है, सिरफिरी है वो, तू अपनी सोच।
वो दोनों वहां से चले जाते हैं।
उधर स्टीव अपने काम पर पहुंचता है,और वो रोज़ की तरह वहीं अपने डेस्क पर कपड़ा मारता है, और अपने कम्प्यूटर पर बैठ जाता है, उसके टेबल पर सामने उसकी पत्नी की फोटो लगी है , वो हर रोज़ जाते ही उस फोटो को चूमता है फिर अपना काम शुरू करता है। उसके पास बैठी अमोरा उसे हर रोज़ ऐसा करते देखती है, तो उसके अंदर स्टीव के लिए लगाव उमड़ पड़ता है। वो बगल में बैठे रिचर्ड से कहती है, देखो ना रिचर्ड कितना सीधा सादा इंसान है, अपनी पत्नी के मर जाने के बाद भी उसे कितना प्यार करता है। काशमेरा भी उसके जैसा कोई पति होता तो मैं कितनी खुशकिस्मत होती।"
रिचर्ड बोलता है,"पर उसके लिए तुम्हे मरना पड़ता फिर ,क्योंकि वो तो सिर्फ तस्वीर को चूमता है, कभी किसी लड़की को चूमते नही देखा मैंने उसे।"
अमोरा हँसतीहै और स्टीव के पास चली जाती है और कहती है" हेलो मिस्टर स्टीव कैसे हैं आप ??
स्टीव नज़रें कम्प्यूटर पर ही रखते हुए उसे जवाब देता है ," एक दम बढ़िया तुम बताओ "
अमोरा कहती है," मैं भी बढ़िया हूँ मिस्टर स्टीव,आज आप अच्छे लग रहे हैं मिस्टर स्टीव "
स्टीब काम मे व्यस्त ज़रा सा मुश्कुराते हुए कहता है," काम कर लीजिए मिस अमोरा, बॉस की नजरें तुम पर ही हैं।
अमोरा चुपचाप अपने टेबल पर बैठ जाती है और अपना काम करने लगती है।
बस फिर ऐसे ही नौक झोंक में दिन गुज़र गया, स्टीव जानता था कि अमोरा उसके नज़दीक आना चाहती थी, मगर वो दूसरी पत्नी नही चाहता था, उसे मर्सी से बहुत लगाव था, उसके जाने के बाद बेटे की देखभाल में वो इतना डूब गया कि उसे कभी ये ख्याल ही नही आया कि वो दूसरी शादी करेगा। शाम को जाते हुए अमोरा फिर सेस्टीव को गुड़ बाय बोलती है और चली जाती है।
दिन का थका हारा स्टीव जब घर पहुंचता है तो वो देखता है, कि हेनरी घर पर नही था,जबकि रोज़ वो घर पर ही होता था, टीवी देख रहा होता था।उसे लगा वो यही कहीं गया होगा,वो खाना बनाता है और खुद खा लेता है और हेनरी के लिए फ्रिज में रख लेता है।
रात के 9 बज जाते हैं ।अब स्टीब को फिक्र होने लगती है, वो उसका फ़ोन डायल करता है, तो उसका मोबाइल घर पर ही होता है, फिर वो सेम को फोन करता है।
"हेल्लो ,सेम बेटा हेनरी तुम्हारे घर मे है क्या ??" स्टीव फोन पर सेम से पूछता है।
"डेड मेरे रेस के जूते कहाँ हैं ??" हेनरी चिल्लाता है ज़ोर से ।
कमअक्ल मुझे क्या मालूम,हज़ार बार कहा है ,अपनी चीज़ें सम्भाल कर रखा करो, मैं तुम्हारी माँ नही हूँ जो एक एक चीज़ तुम्हे ढूंढ़ ढूंढ़ कर दूंगा,चलता हूँ काम के लिए देर हो रही है " इतना गुर्राते ही स्टीव काम के लिए निकल जाता है।
"मुझे पता है तुम मेरी माँ की जगह कभी नही ले सकते बूढ़े स्टीव" (हेनरी हल्के से फुसफुसाता है)
हेनरी 15 साल का है और उसकी माँ नही है, वो जब चार साल का था तो उसकी माँ चल बसी थी, स्टीव एक पियक्कड़ बाप बन चुका है, अपनी पत्नी मर्सी के गुजरने के बाद अब वो तन्हा हो चुका था, और दिन रात शराब के नशे में चूर रहता था, हेनरी उससे नफरत करता है, और उसमे कुछ गुण अपनी माँ के हैं तो कुछ अपने बाप के।
क्लास में हेनरी हीरो है,सब उसे रोमियो के नाम से बुलाते हैं।
है , रोमियो , तुझे पता है आज क्लास में नई लड़की आई है "हेनरी का जिगरी दोस्त सेम उसके कान में बोलता है।
उसके साथ वाली सीट पर कौन बैठा है??हेनरी उसे पूछता है।
उसके बगल वाली सीट पर पढ़ाकू पीटर बैठा है, कहो तो उसके कमीज़ में कॉकरोच डाल दूँ ?? सेम बोलता है।
नही,तू उसके साथ ऐसा कुछ नही करेगा " हेनरीबोलता है।
ठीक है मगर फिर उसे वहां से उठाएकैसे फिर ? सेम बोलता है ।
मैंने कहा तू वो नही करेगा जो तू चाहता है, तू वो करेगा जो मैं तुझे बोलूंगा” हेनरी मुस्कुराते हुए बोलता है, जैसे उसके दिमाग मे कोई खिचड़ी पक रही हो।
वो सेम के कान में कुछ बोलता है फिर दोनों हसने लगते हैं और क्लास में चले जाते हैं।
क्लास में तीसरे बेंच पर नई लड़की ऐलिस विल्सन बैठी थी , साथ मे पीटर भी था , दोनों कुछ किताबों के बारे में बातें कर रहे थे और हस रहे थे।
एलिस की हल्की नीली आंखें थी,रंग दूध सा सफेद था,और उसके घुंगराले भूरे बाल थे जो उसके चश्मे के रंग से मेल खाते थे। उसने स्कूल की स्कर्ट और शर्ट पहनी थी और हाथ मे अपना रुमाल पकड़ा हुआ था।
वहीं हेनरी भी रंग का गोरा था, उसके बाल सुई की नोंक की तरह खड़े थे,और गालों पर हल्की भूरी बिंदिया सी थी, जो उसे और सुंदर बनाती थी।वो शरारती था और लड़कियों का दीवाना था, वो हर लड़की को अपना दोस्त बना लेता था, लड़कियां उस पर मरती थी।
वो पीटर के पास जाता है और कहता है, "है पीटर, सेम तुम्हे बुला रहा था ।
पीटर बोलता है ," मुझे"
हेनरी बोलता है ," हाँ हाँ तुझे मेरे दोस्त "
सेम पीटर को बुलाता है अपने पास और उसे खाने को सैंडविच देता है।
पीटर पूछता है, "ये किस लिए??"
सेम बोलता है ," तू मेरा दोस्त है ना ।
और सेम खा लेता है और फिर पूरा दिन टॉयलेट में बैठा रहता है।
उधर हेनरी ऐलिस के साथ बैठ जाता है, और उसके बारे में पूछने लगता है।
हेनरी एलिस से पूछता है," हाय मेरा नाम हेनरी और तुम्हारा ??
ऐलिस कुछ जवाब नही देती ,दूसरी बार जब हेनरी पूछता है तो एलिस थोड़े गुस्से में आकर बोलती है ," एलिस।
हेनरी हाथ मिलाने के लिए हाथ आगे बढ़ाता है पर एलिस उठ कर दूसरे बेंच पर बैठ जाती है।
टीचर पूछती है," पीटर कहाँ है ??
उधर से सेम अपनी हंसी दबाने की कोशिश करता है।
टीचर देख लेती है , वो कहती है," खड़े हो जाओ सेम ।
क्यों हस रहे हो ??
सेम की हसी रुक जाती है और वो सिर झुका कर खड़ा हो जाता है ।
उधर से एलिस बोल पड़ती है ," टीचर ये ज़रूर इन दोनों का काम है, जब से हेनरी ने पीटर को सेम के साथ भेज था, तब से वो वापिस लौट कर नही आया।
तभी एक लड़का भाग भाग कर आता है ," टीचर टीचर पीटर टॉयलेट में बेहोश पड़ा है।"
तभी टीचर हेनरी और सेम को खींचते हुए ले जाती है और कहती है उसे उठा कर लाने को।
फटाफट एम्बुलेंस बुला कर पीटर को हॉस्पिटल ले जाया जाता है और प्रिंसिपल , सेम और हेनरी दोनों को अपने अपने माता पिता बुलाने को कहता है।
हेनरी सेम पर चिल्लाता है, "ये सब तेरी वजह से हुआ ना तू उसके सैंडविच में इतना सोडा मिलाता ना ही उसकी हालत इतनी खराब होती, और ऊपर से जो तू ये दांत निकालता है ना उसकी वजह से हम फसे।तू ही लाएगा अपने मोम डेड को बुला के, मेरे डेड का तो तुझे पता ही है। अगर उन्हें पता चला तो वो तो मुझे मार ही डालेंगे।"
सेम हेनरी को इशारा करता है,और बोलता है,"वो देख डेज़ी कैसे देख रही है तुझे "।
हेनरी सेम से कहता है,"उसे छोड़ वो हमेशा ही ऐसे ही देखती है, सिरफिरी है वो, तू अपनी सोच।
वो दोनों वहां से चले जाते हैं।
उधर स्टीव अपने काम पर पहुंचता है,और वो रोज़ की तरह वहीं अपने डेस्क पर कपड़ा मारता है, और अपने कम्प्यूटर पर बैठ जाता है, उसके टेबल पर सामने उसकी पत्नी की फोटो लगी है , वो हर रोज़ जाते ही उस फोटो को चूमता है फिर अपना काम शुरू करता है। उसके पास बैठी अमोरा उसे हर रोज़ ऐसा करते देखती है, तो उसके अंदर स्टीव के लिए लगाव उमड़ पड़ता है। वो बगल में बैठे रिचर्ड से कहती है, देखो ना रिचर्ड कितना सीधा सादा इंसान है, अपनी पत्नी के मर जाने के बाद भी उसे कितना प्यार करता है। काशमेरा भी उसके जैसा कोई पति होता तो मैं कितनी खुशकिस्मत होती।"
रिचर्ड बोलता है,"पर उसके लिए तुम्हे मरना पड़ता फिर ,क्योंकि वो तो सिर्फ तस्वीर को चूमता है, कभी किसी लड़की को चूमते नही देखा मैंने उसे।"
अमोरा हँसतीहै और स्टीव के पास चली जाती है और कहती है" हेलो मिस्टर स्टीव कैसे हैं आप ??
स्टीव नज़रें कम्प्यूटर पर ही रखते हुए उसे जवाब देता है ," एक दम बढ़िया तुम बताओ "
अमोरा कहती है," मैं भी बढ़िया हूँ मिस्टर स्टीव,आज आप अच्छे लग रहे हैं मिस्टर स्टीव "
स्टीब काम मे व्यस्त ज़रा सा मुश्कुराते हुए कहता है," काम कर लीजिए मिस अमोरा, बॉस की नजरें तुम पर ही हैं।
अमोरा चुपचाप अपने टेबल पर बैठ जाती है और अपना काम करने लगती है।
बस फिर ऐसे ही नौक झोंक में दिन गुज़र गया, स्टीव जानता था कि अमोरा उसके नज़दीक आना चाहती थी, मगर वो दूसरी पत्नी नही चाहता था, उसे मर्सी से बहुत लगाव था, उसके जाने के बाद बेटे की देखभाल में वो इतना डूब गया कि उसे कभी ये ख्याल ही नही आया कि वो दूसरी शादी करेगा। शाम को जाते हुए अमोरा फिर सेस्टीव को गुड़ बाय बोलती है और चली जाती है।
दिन का थका हारा स्टीव जब घर पहुंचता है तो वो देखता है, कि हेनरी घर पर नही था,जबकि रोज़ वो घर पर ही होता था, टीवी देख रहा होता था।उसे लगा वो यही कहीं गया होगा,वो खाना बनाता है और खुद खा लेता है और हेनरी के लिए फ्रिज में रख लेता है।
रात के 9 बज जाते हैं ।अब स्टीब को फिक्र होने लगती है, वो उसका फ़ोन डायल करता है, तो उसका मोबाइल घर पर ही होता है, फिर वो सेम को फोन करता है।
"हेल्लो ,सेम बेटा हेनरी तुम्हारे घर मे है क्या ??" स्टीव फोन पर सेम से पूछता है।
“नही अंकल वो यहां नहीहै ,वो तो स्कूल से सीधा घरचला गया था” सेम बोलता है।
“अच्छा ये बताओ आज स्कूल में उसका मूड कैसा था?? क्या आज तुमने कोई शरारत तो नही की? सेम स्टीव को पूरी बात सुना देता है, स्टीव सेम को झिड़कता है और फोन ज़मीन पर पटक देता है।
वो काफी देर तक टीवी देखता है, और
फिर उसका इंतजार करने लगता है, जब वो पीछे खेतों में देखता है तो, हेनरी खेत से सब्ज़ियां तोड़ कर कंधे परउठा कर घर ला रहा होता है।
“ये क्या कर रहे हो तुम? स्टीव गुस्से भरे शब्दों में कहता है। सब्ज़ियां तोड़ कर
लाया हूँ, ताकि आपको ना तोड़नी पडें” हेनरी कहता है धीमे स्वर में।
इतना सुनते ही स्टीव का गुस्सा थोड़ा ठंडा हो जाता है।वो कहता है, “स्कूल कैसा रहा आज हेनरी ?? कोई शरारत तो नही की आज?”
हेनरी लड़खड़ाती ज़ुबान में बोलता है, “ नही तो डेड”।“चलो फिर खाना खा लो फ्रिज में रखा है मैंने खा लिया “स्टीव हेनरी से कहता है।
हेनरी खाना खा ही रहा होता है कि अचानक से स्टीव बोलता है, “तुम्हे ऐसे आइडिया आते कहाँ से हैं?? मतलब सोडा डालकर पेट खराब कर दो। हेनरी समझ जाता है कि सेम ने सब बतादिया।
वो
चुप चाप खाना खाता रहा,तभी स्टीव हेनरी के
पास आ करगुर्रा कर बोलता है,”कब तुझे अक्ल आएगी ,आज तो चलो पीटर बच
गया,
किसी दिन तो तू किसी
की जान ले लेगा,
ये शरारते किसी दिन
तुझे और मुझे दोनों को परेशानी में डाल देंगी हेनरी”।
हेनरी
खाना खा ही रहा होता है,और खाते खाते रोने
लग पड़ता है,
जो कि ये पहली बार
हुआ था ,पहले हर बार हेनरी
स्टीव की बातों का उल्टा जवाब देता था, लेकिन आज वो मायूश था, उसके व्यवहार में बदलाव था।
स्टीव उसे इस तरह रोता देख ना सका और चुप करवाने के लिए
जैसे ही आगे बढ़ा, हेनरी खाने की प्लेट पटक कर अपने
कमरे में चला गया और दरवाजा अंदर से बंद कर लेता है।
स्टीव समझ नही पाया था कि आज अचानक हेनरी इतना भावुक कैसे
हो गया।ऐसा उसने आज तक कभी नही किया था। स्टीव को कुछ हद तक समझ आ चुका था, कि अब हेनरी बड़ा हो चुका है, और अब उसके दिल के दरवाजे खुलने लगे हैं। एक माँ के प्यार से तो वो पहले ही वंचित था, अब उसे वो प्यार मिलना चाहिए जो उस उम्र के सब बच्चों को होने लगता है।
अगले दिन स्टीव हेनरी के स्कूल गया, टीचर ने उसे सारा किस्सा सुनाया जो वो पहले ही जानता था, स्टीव ने टीचर
से माफी मांगी और कहा कि,“यकीन मानिए, हेनरी आगे से
ऐसी कोई गलती नही करेगा”।
हेनरी भी वहीं खड़ा था, उसे पहली बार शर्मिंदगी महसूस हुई, कि उसकी वजह
से उसके डेड को इतना कुछ सुनने को मिला। स्टीव जाने लगता है स्कूल से तो हेनरी पीछे से आकर स्टीव की पीठ से लिपट जाता
है, और कहता है , “शुक्रिया डेड , आगे से मैं कभी ऐसा काम नही करूँगा,जिससे आपको
शर्मिंदा होना पड़े. ये मेरा आपसे वादा है”। स्टीव मुश्कुराते हुए हेनरी को गले लगा लेता है और कहता
है कि अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो”।
स्टीव जाने की लगता है कि बगल से ऐलिस
गुज़रती है, हेनरी उसकी तरफ काफी देर तक घूरता रहता है मायूसी भरी आंखों से। स्टीव समझता
है यही वो लड़की है जिसकी वजह से एक शरारती लड़का इतना भावुक हो गया और रोने लगा है।
स्टीव मुश्कुराते हुए चला जाता है।
हेनरी दुवारा क्लास में जाता है, पीटर तो अभी
हॉस्पिटल में था, तो आज ऐलिस एक लड़की के साथ बैठी थी जो डेज़ी थी, ये वही लड़की
थी जो हेनरी को पसंद करती थी।
हेनरी एलिस के पास जाता है औऱ कहता
है, “मुझे माफ़ कर दो एलिस मैं पीटर को नुकसान नही पहुंचाना चाहता था, सारी गलती सेम
की है”।
एलिस उसकी तरफ ध्यान तक नही देती , और हेनरी चला जाता है । डेज़ी एलिस से कहती है, “उसे माफ कर दो, वो अच्छा लड़का है।
तभी एलिस गुस्से भरे चेहरे से डेज़ी
की तरफ देखती है और कहती है, “तो फिर तू जा उसके साथ बैठ यहां नही चल उठ यहां से” दर असल डेज़ी और पीटर दोनों
एक दूसरे को पहले से जानते थे , दोनों काफी अच्छे दोस्त थे, सैम और हेनरी
की ऐसी हरकत से उसे उन दोनों से नफरत हो गई थी।
हेनरी हर दम क्लास में बैठा ऐलिस को
देखता रहता था, और डेज़ी हेनरी को, और सेम उन तीनों
को। एलिस काफी दुखी थी पीटर के ना होने पर। 10-15 दिन बाद पीटर
जब ठीक होकर वापिस स्कूल आया तो ऐलिस बहुत खुश थी, और पीटर ने भी
सेम और हेनरी से बात नही की, वो एक अच्छा लड़का था, क्लास का सबसे होशियार लड़का था।
हेनरी जब भी ऐलिस और पीटर को एक साथ
देखता था, वो जल जल कर राख हो जाता था, उसका मन करता था पीटर का मुह तोड़ डाले, मगर जब वो देखता
था कि पीटर की वजह से ही तो ऐलिस खुश थी, तो भला वो उससे उसकी खुशी कैसे छीन सकता था। हम उसकी खुशी के लिए कुछ भी कर
गुज़रते हैं जिससे हम बेहद प्यार करते हैं, तब फिर हम अपनी खुशी को भी कुर्बान करने से भी नही हिचकते।
एक दिन हेनरी स्कूल के लिए तैयार हो
रहा था, स्टीव उसके लिए नाश्ता बना रहा था कि अचानक स्टीव दर्द से कराहते हुए नीचे गिर
जाता है और बेहोश हो जाता है।
उसे कुछ नही सूझता तो वो आफिस में रिचर्ड
को फोन करता है, क्योंकि वो स्टीव का खास दोस्त था, जो अक्सर क्रिसमस
जैसे त्योहारों पर उनके घर आता रहता था। वो फोन मिलाता है, और रिचर्ड फोन
उठाता है।
हेनरी रोते हुए बोलता है, “हैल्लो रिचर्ड
अंकल मैं हेनरी बोल रहा हूँ, पता नही पापा को क्या हो गया, एक दम खाना बनाते बनाते नीचे गिर गए, आप प्लीज जल्दी
घर आजाओ पापा को हस्पताल ले जाने”
रिचर्ड बोलता है, “ ठीक है बेटा
तुम इंतज़ार करो मैं आता हूँ, घबराना नही”
हेनरी बोलता है, “ ठीक है अंकल
” कुछ ही देर में रिचर्ड गाड़ी लेकर स्टीव के घर पहुंच जाता है, उनके घर पास
पास ही थे। वो और हेनरी स्टीव को गाड़ी में डालते हैं, और हॉस्पिटल
ले जाते हैं। हस्पताल में डॉक्टर फटाफट उसे इमरजेंसी में ले जाते हैं। और हेनरी और
रिचर्ड बाहर बैठ जाते हैं, इतने में ही
अमोरा भी वहां आ जाती है, उसकी आँखों मे
आंशू थे, वो रिचर्ड से पूछती है कि स्टीव को क्या हुआ?
रिचर्ड बताता है, “दिल का दौरा
पड़ा है स्टीव को, नन्हे हेनरी ने वक़्त पर मुझे फोन कर दिया नही तो स्टीव सही वक्त पर हस्पताल
पहुंच नही पाता, और उसकी जान भी जा सकती थी।
अमोरा स्टीव को बहुत प्यार करती है, पर स्टीव उस पर कभी ध्यान नही देता, ठीक वैसे ही जैसे हेनरी डेज़ी की तरफ ध्यान नही देता। और ठीक
वैसे ही जैसे ऐलिस हेनरी की तरफ ध्यान नही देती।
अमोरा कांच के दरवाजे से अंदर देखती
रहती है , और जैसे जैसे स्टीव को तकलीफ में देखती है, वो और ज्यादा रोने लगती है। हेनरी अमोरा को ऐसे रोता देख
बहुत हैरान था, कि कोई अनजान औरत उसके पिता के लिए इतना क्यों रो रही है।रात
भर अमोरा रिचर्ड और हेनरी हस्पताल में रहे।
अमोरा उनके लिए खाने के लिए बर्गर खरीद
कर लाती है, वो हेनरी को देती है, और कहती है, “ लो हेनरी खालो बेटा ,तुम्हे भूख लगी
होगी है ना“ वो हेनरी के बाल सवारती है और उसके गाल चूमती है, हेनरी इतना प्यार पाकर थोड़ा खुश हो जाता है, उसे अमोरा अच्छी लगने लगती है।
वो दोनों पूरी रात बातें करते हैं, रिचर्ड कुर्सी पर ही सो जाता है। अमोरा हेनरी से पूछती है, “हेनरी अगर तुम
बुरा ना मानो तो एक सवाल पूछुं तुमसे??
हेनरी अमोरा के साथ काफी घुल मिल गया
था वो बोलता है,” हाँहाँ पूछिए ना।“
अमोरा पूछती है,”बेटा तुम्हारी
माँ को क्या हुआ था?” हेनरी माँ का नाम सुनते ही भावुक हो जाता है, और बोलता है,” मैं जब चार साल का था, माँ चल बसी थी, मेरे डेड कहते हैं कि मेरी माँ मुझ से बहुत प्यार करती थी, मुझे वो एक दिन स्कूल
से लेने जा रही थी तो रास्ते मे उनका एक्सीडेंट हो गया, जिसमे उनकी मौत हो गई थी, मुझे अपनी माँ की बहुत याद आती है।
अमोरा उसे गले से लगा लेती है और कहती
है,
“मैं भी तुम्हारी माँ जैसी ही हूँ, कभी भी ज़िन्दगी में अकेला महसूस मत करना, ज़िन्दगी में अक्सर लोग आते जाते रहते है, मगर हमे कभी किसी के जाने का इतना शौंक नही मनाना चाहिए कि
हमारी ज़िंदगी की गाड़ी चलना ही बंद कर दे, क्यों ठीक कहा ना हेनरी?”
हेनरी हाँ में सिर हिलाता है और कहता
है“ आपको देखकर लगता है मेरी माँ भी बिल्कुल आप जैसी ही रही होंगी”
अमोरा मुश्कुराती है और कांच के दरवाजे
से अंदर देखती है तो स्टीव को सांस की नली चढ़ाई हुई थी , और वो सोया हुआ था। सुबह होती है और डॉक्टर कहते हैं कि
,”स्टीव अब ठीक है, उसे दो दिन और हॉस्पिटल में रहना होगा, इनको दिल का दौरा पड़ने से काफी गहरा धक्का लगा है, पूरी तरह ठीक होने में थोड़ा वक्त लगेगा”।
दिन को सब स्टीव से मिलने आते हैं, अमोरा स्टीव
का हाथ पकड़ लेती है और कहती है, “स्टीव देखो अब तो तुम्हारी देखभाल के लिए कोई चाहिए, जो दिन रात तुम्हारी देखभाल करें”
स्टीव अपना हाथ अमोरा के हाथ से छुड़ा
लेता है और बगल में पड़े अपने वालेट में से मर्सी की तस्वीर निकालता है और उसे चूमता
है और सांस नली लगे हुए ही कहता है, “देखभाल करने वाली तो अब चली गई” और उसकी आँखों
से आंशू टपकने लगते हैं।
कुछ दिन बाद स्टीव घर वापिस आ जाता
है, और फिर से वही रूटीन शुरू हो जाती है।
आज हेनरी जब स्कूल जाता है , तो डेज़ी
उसके लिए एक सीट रख लेती है , अपने बगल वाली ,वो कहती है मेरे साथ बेठो हेनरी, हेनरी उसे अनदेखा कर के पीछे जाने लगता है, पीछे ऐलिस
और पीटर हस हस के बातें कर रहे थे, वो उन्हें देख कर और जल जाता है , वो वापिस
मुड़ जाता है, और डेज़ी के बगल में बैठ जाता है, डेज़ी को यकीन नही आता कि जिससे वो प्रेम करती है वो उसके
बगल में बैठा है, वो काफी देर तक चुपचाप बैठे रहते हैं, फिर डेज़ी
उसके लिए चॉक्लेट केक लाई होती है जिसे वो हेनरी को देती है, हेनरी पहले
तो नही लेता , पर जब वो डेज़ी की आंखों में उसके लिए इतना प्यार देखता है तो मुश्कुरा कर
ले लेता है, आज डेज़ी की खुशी का ठिकाना नही था। धीरे धीरे उन दोनों में दोस्ती होने लगी, अब हेनरी को
डेज़ी अच्छी लगने लगी थी, डेज़ी और हेनरी अब साथ मे खाना खाते थे, दोनों एक
साथ बैठते थे और घर भी साथ ही जाते थे। डेज़ी हेनरी के लिए हर रोज़ कुछ नया नया खाने
को लाती थी, अब वो इतने अच्छे दोस्त बन चुके थे , कि दोनों को
एक दूसरे से प्यार हो गया। घण्टों फोन पर वो एक दूसरे से बातें करते थे। वो अब पीटर और ऐलिस जैसे हस हस के बातें करते थे,सेम हेनरी
को प्यार में पड़ता देख बहुत हैरान था, पर वो खुश भी था कि उसका दोस्त अब खुश रहता है। जो कभी पहले लड़कियों को परेशान करता था, जो उनके साथ
बत्तमीजी करता था, वो अब सुधर चुका था। उधर स्टीव भी हेनरी की खुशी का राज़ नही समझ पाया था, जो हेनरी हर
दम चिड़चिड़ा रहता था, अब वो मुश्कुराता हुआ स्टीव को गुड मॉर्निंग बोल कर स्कूल जाने लगा।
स्टीव हेनरी से पूछता है, “बेटा क्या
बात तुम आजकल बदले बदले से लग रहे हो मुझे ?”
हेनरी मुश्कुराता है और बोलता है,“नही तो डेड
ऐसी कोई बात नही, बस खुशी की वजह नही ढूंढनी चाहिए, हर चीज़ में कहीं ना कहीं खुशी छुपी है डेड”। स्टीव हेनरी की ऐसी बातें
सुन कर भौंचक्का रह गया।
शाम को हेनरी घर आता है और रोज़ की
तरह अपने मोबाइल पर बैठ कर डेज़ी से बातें करने लगता है,उधर से
स्टीव गुस्से में आता है और देखता है घर मे हर जगह कचरा कबाड़ पड़ा हुआ हैऔर हेनरी
आराम से बेड में पड़ा फ़ोन को देख देख कर मुश्कुरा रहा है।
वो उसके हाथ से फोन छीन लेता है, और उसे
खिड़की से बाहर फेंक देता है और उसे कस के थप्पड़ लगाता है, और गुस्से
में कहता है, कोई काम नही है तो कम से कम सफाई कर लेता , सारे घर के
काम का ठेका मैंने ले रखा है क्या, मैं बाप हूँ तेरा नौकर नही हूँ”।
हेनरी ज़ोर ज़ोर से रोने लगता है और
कहता है, “आप दुनिया के सबसे बुरे डेड हैं, काश मेरी माँ होती तो मैं ज्यादा खुश होता,मुझे नही
चाहिए आपके जैसे निर्दयी और सनकी डेड”।इतना कहते ही हेनरी घर से भाग जाता है और
सेम के घर चला जाता है। रात को हेनरी सेम के घर रुकता है।
सेम हेनरी से पूछता है , “क्या हुआ
हेनरी सब ठीक तो है? इतनी रात क्या हो गया?
हेनरी बोलता है, “मझे नही
रहना उस घर मे , मेरे डेड ने मेरा फोन तोड़ दिया, अब मैं डेज़ी से कैसे बात करूंगा”? सेम बोलता है, “ तू मेरा
फोन ले ले यार”
उतनी देर में स्टीव सेम को फ़ोन
करता है ,फोन हेनरी के पास था, स्टीव जितनी बार काल करता वो काट देता , ऐसा पांच छः
बार होने के बाद स्टीव समझ गया ज़रूर हेनरी सेम के घर पर ही है।
इन सब के घर एक साथ ही थे, तो हेनरी
सेम के घर से झांकता है और देखता है कि स्टीव ऑफिस जाने वाला है, वो देखता है
कि स्टीव ने दरवाजे की चाबी गमले के नीचे रख दी थी, जैसा कि वो
हर रोज़ करते थे वो फटाफट अपने घर जाता है और गमले के नीचे से चाबी उठाता है अपने
स्कूल के लिए तैयार हो कर निकल जाता है।
स्कूल में डेज़ी हेनरी का इंतज़ार कर
रही थी,हमेशा की तरह उसके लिए सीट सम्भाल कर रखी थी उसने। हेनरी और डेज़ी के आगे
सेम और माईकल बैठे थे, और पिछली सीट पर ऐलिस और पीटर।
हेनरी अपनी सारी बात डेज़ी को बताता
है, और पीटर और ऐलिस भी उसकी बात सुन लेते है। लंच के टाइम भी वो लोग यही बाते
कर रहे थे।
हेनरी बोलता है, “मैं तो अपने
डेड से परेशान हूँ वो हर समय चिड़चिड़े रहते हैं, मुझे नही
रहना उनके साथ।
सेम बोलता है , “वो तुम्हारे
डेड हैं वो तुमसे प्यार करते हैं हेनरी।
हेनरी बोलता है, “नही वो मुझ
से नही, मेरी माँ से प्यार करते थे, जिस दिन माँ दुनिया से चली गई, उनके अंदर
का प्यार भी खत्म हो गया।
डेज़ी बोलती है, “हमें
तुम्हारे डेड की मानसिक स्थिति समझनी चाहिए, उनसे नफरत
नही करनी चाहिए हेनरी, उन्हें प्यार की ज़रूरत है। वो अकेला महसूस करते हैं ज़िन्दगी में।
हेनरी पूछता है, “तो मैं अपनी
माँ को कैसे वापिस ले कर आऊं?”
डेज़ी बोलती है, “तुम्हे अपने
लिए नई माँ ढूंढनी होगी हेनरी? हेनरी बोलता है, “तुम पागल हो
गई हो क्या? नई माँ कैसी बातें कर रही हो ? ऐसे कैसे हो सकता है ??
डेज़ी कहती है, “ सौतेली माँ , यहीं
तुम्हारे डेड को दुबारा पहले जैसा बना सकती है।
हेनरी बोलता है, “पर मुझे नही
चाहिए सौतेली माँ, मेरी माँ की जगह कोई नही ले सकता समझी तुम”। डेज़ी बोलती है, “मुझे पता है
कि माँ की जगह कोई नही ले सकता, मग़र क्या तुम इस बात से सहमत हो कि ज़िन्दगी में खुशियां पाने के लिए प्यार
होना बहुत ज़रूरी है??
हेनरी को अपनी बात याद आती है कि
वो पहले कैसा था, और जब से डेज़ी मिली है वो कितना खुश रहता है, जब वो ये सब
याद करता है, तो उसे एहसास होता है कि डेज़ी सच बोल रही है। वो कहता है, “ हाँ डेज़ी
तुम सच कह रही हो, यह मैंने खुद महसूस किया है”।
डेज़ी की आंखों में आँशु आ जाते हैं
और वो कहती है, “हाँ मैंने भी हेनरी”और हेनरी को चूम लेती है। हेनरी उसे गले लगा लेता है।
पीछे बैठीऐलिस भी बोल उठती है, “मैंने
भी”पीटर ऐलिस की आंखों में देखता है और कहता है, “मैंने
भी”।सेम देखता है सब एक दूसरे को गले लगा रहे होते हैं,उसे कोई नही
दिखता है, तो वो माइकल को गले लगा लेता है और कहता है, “मैनें भी। माइलक
कहता है, “आये मुझे क्यों गले लगा रहा है, मैं तेरी गर्लफ्रैंड नही हूँ।सब हसने लग जाते हैं।
तभी हेनरी बोलता है, “मैं जानता
हूँ कौन मेरी सौतेली माँ बन सकती है।डेज़ी पूछती है, “कौन ?
हेनरी बोलता है, “अमोरा
विल्सन वो मेरे डेड को बहुत प्यार करती हैं। मैंने देखा हॉस्पिटल में जब मैं गया
था तो वो उनसे मिलने आई थी। वो उनके लिए आँशु बहा रही थी, कोई किसी के
लिए यूँही आँशु नही बहाता, अगर वो उससे प्यार ना करता हो तो।पर...
उसकी बात को बीच में काटते हुए
ऐलिस बोल उठती है, “क्या नाम बताया तुमने?
हेनरी डर के बोलता है, “अमोरा”, ऐलिस बोलती
है , “पूरा नाम बताओ ??हेनरी बोलता है , “अमोरा विल्सन”ऐलिस फिर हेनरी से उसके डैड का आफिस का पता
पूछती है, तो वो चिल्ला कर बोलती है “ये तुम मेरी माँ के बारे में बात कर रहे हो हेनरी”हेनरी चौंक
जाता है , “तुम्हारी माँ ? अमोरा विल्सन, ओ माई गाड़, तुम ऐलिस विल्सन। क्या इत्तेफाक की बात है”मतलब कि
तुम्हारी माँ मेरे डेड को चाहती हैं”।
ऐलिस बोलती है, “मुझे नही
पता तुम सच बोल रहे हो या झूठ, पर मुझे इस बात का बिल्कुल भी नही पता, पर ये बात
तो है कि कुछ दिनों से मेरी माँ कुछ मायूश सी रहती हैं। अगर तुम्हारी बात में
सच्चाई है तो मुझे बहुत खुशी होगी, क्योंकि मेरे डेड के मरने के बाद मेरी माँ भी बिल्कुल
अकेली हो गई है, बिल्कुल तुम्हारे डेड के जैसे, वो मुझ पर भी ऐसे ही चिल्लाती थी, पर जब से
मुझे पीटर मिला है मुझपर उनके चिल्लाने का कोई असर नही होता, मैं भी यही
चाहती हूं कि वो फिर से शादी कर लें ताकि वो खुश रह सकें”।
डेज़ी कहती है, “फिर तो ये
और भी अच्छा हो गया, अगर हेनरी के डैड , ऐलिस की माँ से शादी कर लेते हैं तो हेनरी और ऐलिस भाई बहन बन जाएंगे”।
हेनरी , ऐलिस पीटर, माइकल, सेम और डेज़ी
सब इस बात पर हसने लग जाते हैं। हेनरी कहता है, “तो हमे उन
दोनों को मिलाना होगा, क्यों ऐलिस मेरी बहन बनना चाहोगी??
ऐलिस हस पड़ती है और कहती है, “ज़रूर क्यो
नही अगर तुम मुझसे अपना होमवर्क नही करवाओगे तो ज़रूर”।
सब बच्चे अब स्टीव और अमोरा को
मिलाने के काम मे जुट जाते हैं।स्टीव का गुस्सा शांत था, वो सेम के
घर जाता है और शाम को सेम केमोम डेड के साथ खाना खाता है और हेनरी को घर ले कर
जाता है और हेनरी को कहता है, “ मुझे माफ़ करना बेटा, मुझे तुम पर यूँ चिल्लाना नही चाहिए था,ये लो मैं
तुम्हारे लिए नया फोन लाया हूँ, दरअसल कल मेरा मूड ठीक नही था। मुझे माफ़ करना बेटा”।हेनरी नया फोन पाकर
बहुत खुश था, क्योंकि वो एडवांस्ड फ़ोन था, ज्यादा फीचर्स वाला। हेनरी अपने डेड को गले लगाते हुए थैंक्स बोलता है और चला
जाता है।
ऐलिस हेनरी को फोन करती है और कहती
है, “हेलो हेनरी आज मेरी माँ आफिस के लिए खास कुछ बना कर ले जा रही हैमैं उनसे
कहूंगी कि दो डब्बे ले लर जाएं , तुम एक काम करना अपने डेड का टिफ़िन बॉक्स कहीं छुपा देना ताकि वो उनके साथ
लंच कर सके”
हेनरी ठीक वैसा ही करता है, और अपने डेड
का लंच बॉक्स छुपा देता है। तभी स्टीव आवाज लगाता है हेनरी को ,“हेनरी तुमने
मेरे लंच बॉक्स देखा हैं कहीं पर” ?
दूसरे कमरे में हेनरी हस रहा होता
है और जोर से बोलता है, “नही डेड मैंने नही देखा”। वो देखता है स्टीव काफी देर ढूंढ़ कर ऐसे ही चला जाता है, वो तभी ऐलिस
को फोन करता है, “हेलो ऐलिस प्लान कामयाब हुआ”
उधर आफिस में जब लंच टाइम होता है
तो स्टीव चुप चाप अपने टेबल पर बैठा रहता है, तभी अमोरा
उसके पास आती है और उसके कंधे पकड़ कर कहती है, “मिस्टर स्टीव
खाना नही खाएंगे आप ?
स्टीव कहता है, “नही मुझे
भूख नही आप कहा लीजिए”।उधर से रिचर्ड बोलता है, “अरे मैडम
अमोरा ये तो आज लंच बॉक्स ही नही लाया तो भूख तो खुद ही चली जाएगा ना।
अमोरा स्टीव की तरफ देखती है और
कहती है, “आप हमें बेगाना क्यों समझते हैं मिस्टर स्टीब हम आपके परिवार जैसे ही हैं, एक परिवार
आपका घर मे तो दूसरा आफिस में , आप ज्यादा वक़्त तो यही बिताते हैं ना ज़िन्दगी का। चलिए मैं आपके लिए कुछ
खास ले कर आई हूं, खा कर देखिए अगर आपको नही पसंद आया तो मत खाना”।
वो स्टीब के टेबल पर ही डब्बा ले
आती है और खोल कर उसे देती है, जिसमे पास्ता था वाइट सॉस पास्ता, जो कि स्टीव का पसंदीदा खाना था, वो पहले तो
मना करता है, पर बाद में अमोरा के ज़बरदस्ती खिलाने से वो खा ही लेता है, उसे अपनी
पत्नी के हाथ का बना व्हाइट सौस पास्ता बहुत पसंद था, और उसका
स्वाद कुछ हद तक वैसा ही था। वो अमोरा का धन्यबाद करता है और कहता है, “आपका पास्ता
खा कर मुझे अपनी बीवी मर्सी की याद आ गईं, आपका बहुत
बहुत शुक्रिया।
धीरे धीरे अमोरा और स्टीव नज़दीक आने लगे, हेनरी
और ऐलिस की वजह से। एक दिन ऐलिस ने हेनरी कहा, “हेनरी आज तुम अपने डेड की कार का टायर पंचर कर दो, ताकि तुम्हारे
डेड मेरी माँ की गाड़ी में जा सकें”हेनरी ठीक वैसा ही करता है , हेनरी
टायर की हवा निकाल देता है, जैसे ही
स्टीव गराज से गाड़ी निकालने लगता है तो देखता है, गाड़ी का टायर तो पंचर है,
वो हेनरी को आवाज लगाता है और बोलता है, “हेनरी
गाड़ी का टायर तो पंचर हो गया अब तुम्हे खुद ही जाना पड़ेगा स्कूल, मैं बस
में जाता हूँ” उतने में ही एक गाड़ी का हॉर्न बजता है और अमोरा बाहर खड़ी होती है
गाड़ी के साथ, वो
बोलती है, “मिस्टर
स्टीब कोई परेशानी है क्या ? “ स्टीव बोलता है, देखो ना गाड़ी का टायर पंचर हो गया” अमोरा बोलती है, “तो क्या
हुआ , मेरी
गाड़ी कब काम आएगी, चलिए
इसी में चलते हैं” स्टीव हिचकता है, अमोरा कहती है, डरिए नही मिस्टर स्टीव मैं एक अच्छी ड्राइवर हूँ आपको
सही सलामत आफ़िश पहुंचा दूंगी। और दोनों अमोरा की गाड़ी में चले जाते हैं। हेनरी
फटाफट ऐलिस को फ़ोन करता है और कहता है , प्लेन कामयाव हुआ। दोनों बड़े खुश होते हैं। ऐसा हर रोज़
होने लगा, ऐलिस और
हेनरी किसी ना किसी तरह उन दोनों को करीब लाने की कोशिश करने लगे।
एक दिन ऑफिस में अमोरा और स्टीव रात को लेट हो गए,सब लोग
जा चुके थे, बस वो
दोनों ही थे।अमोरा रोमांस के मूड में थी, उसने स्टीव को अपनी और आकर्षित करना शुरू किया, वो चलते
चलते जान बूझ कर गिर गई, और सीधा
स्टीव के ऊपर जा गिरी। स्टीव ने उसकी पतली कमर से पकड़ कर थाम लिया और अमोरा उसकी
टांगों पर बैठ गई, स्टीव
और अमोरा दोनों एक दूसरे को देखने लगे आंखों में आंखें डाल कर, अमोरा थोड़ी
आगे बढ़ी और स्टीव के होंठो को चूमने लगी, स्टीव बेजान सा हो चुका था मानो वो कुछ हरकत नही कर रहा
था। अमोरा उसे चूमती रही, क्योंकि
उसे यही तो चाहिए था, उसने
अपनी शर्ट निकाल दी और स्टीव से सम्बंध बनाने के लिए तैयार थी, उसकी आग
दहक चुकी थी, पर
स्टीव कोई प्रितिक्रिया नही दे रहा था, स्टीव मानो किसी सोच मे डूबा हुआ था, और
अमोरा पूरी तरह से उसमे खो जाना चाहती थी, वो और आगे जाना चाहती थी, वो उसे यहां वहां काटने लगती है ,चूमती
है, वो जैसे
ही उसके करीब आती है और उसे यहाँ वहां छूने लगती है, उसकी शर्ट निकालने लगती है, स्टीव एक दम से खड़ा हो जाता है, मानो गहरे सदमे से उभर कर उठा हो, वो
अमोरा को धक्का देता है और चिल्लाता है, “अमोरा ये क्या कर रही हो तुम, पागल हो गई हो क्या, मैं शादीशुदा हूँ मैं, अपनी पत्नी के इलावा किसी और के साथ ऐसा कैसे कर सकता
हूँ नही, ये बहुत
गलत है अमोरा, चली जाओ
तुम”।
अमोरा अर्ध नग्न अवस्था मे फिर से स्टीव को आकर लिपट
जाती है, और कहती
है, “स्टीव
मैं तुमसे पयार करती हूँ, मुझे
अपना लो, मैं
तुम्हारी पत्नी से भी ज्यादा प्यार दूंगी तुम्हे स्टीव, मेरा इस दुनिया मे कोई नही तुम्हारे सिवा, मैं
तुम्हे बहुत चाहती हूँ, मुझसे
शादी कर लो स्टीव”।
स्टीव अमोरा की बातें सुन कर और गुस्सा हो जाता है,और कहता
है“नही
नही।। पागल मत बनो मैं तुमसे शादी नही कर सकता, मुझे माफ़ करना , तुम किसी और को ढूंढो अपने लिए, नही मग़र मैं नही,मैं अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता हूं, क्या
हुआ अगर वो इस दुनिया मे नही है, वो आज
भी मेरे दिल मे है, मैं उसे
धोखा नही दे सकता।”
इतना कहते ही स्टीव अमोरा कोअकेला छोड़कर चला जाताहै, और अमोरा भी एक गहरे सदमे के साथ घर चली जाती है।
ऐलिस हेनरी को फोन करती है और पूछती है, “हेलो हेनरी आज लगता है कुछ गड़बड़ हुई है आफ़िश में मेरी माँ बहुत उदास है, तुम्हारे डेड का क्या हाल है?
हेनरी बोलता है, “ मेरे डेड ने बहुत शराब पी रखी है, और बहुत उल्टा सीधा बोल रहे हैं, आज खाना भी नही बनाया”
अगली सुबह स्टीव आफिस जाता है तो देखता हैअमोरा आफ़िश नही आई होती, ऐसा अगले दिन भी ऐसा ही होता है, काफी दिन तक अमोरा आफिस नही आती, एक दिन स्टीव को अमोरा की कमी लगने लगती है वो रिचर्ड से कहता है, यार अमोरा क्यों नही आ रही आजकल? ,रिचर्ड बोलता है, “वो बीमार थी शायद, आज घर जाकर देखना पड़ेगा, फोन भी नही उठा रही।
रात को स्टीव और रिचर्ड जब अमोरा के घर पहुंचते है तो वहां गेट पर ताला लगा होता है, वो सबसे पूछते हैं मगर किसी को नही पता होता।
वो उसे कई बार फोन करते हैं पर अमोरा का फोन बंद आता है,वो बार
बार उसे फोन करता है, फिर जब
उसे लगता है कि कोई फायदा नही, तो वह
दुखी और उदास मन से घर चला जाता है, वहां हेनरी भी बार बार ऐलिस को फोन करता है पर उसका फोन
भी बंद आता है ।
स्टीव हेनरी के बुलाता है और पूछता है, “हेनरी
तुम्हारी क्लास में अमोरा की बेटी पढ़ती है ना, ऐलिस क्या वो स्कूल आ रही है क्या ?? हेनरी बोलता है,
“नही डेड
वो तो कई दिनों से स्कूल नही आई”। इतना सुनते ही स्टीव और ज्यादा परेशान हो जाता
है उसे लगने लगता है कि हो ना हो, अमोरा
उस रात आफिस में हुई घटना से शर्मिंदा होकर शहर छोड़ कर चली गई है। उसे बहुत दुख
होता है, वो पहले
ही निराश रहता था, अब
अमोरा के चले जाने के बाद और ज्यादा निराश और तन्हा हो चुका था। आफिस में भी वो अमोरा
को याद करने लगा , उसे याद
आने लगा कैसे अमोरा हर पल उसके पीछे पड़ी रहती थी, बार बार मिस्टर स्टीव बोल बोल कर वो उसके कान खा जाती थी,मग़र अब
कोई उसकी तरफ देखता तक नही था, कभी वो
उसके लिए कुछ खाने को ले कर आती तो कभी काफी पीने उसके साथ बैठ जाती, तो कभी अपने
बाल सहला कर स्टीव को अपनी और आकर्षित करती थी, स्टीव अब मर्सी से ज्यादा अमोरा को याद करने लगा, क्योंकि
किसी ने सच कहा है जब तक कोई इंसान या वस्तु हमारे पास है, हम उसकी कद्र नही करते , मग़र जैसे ही वो वस्तु या इंसान हमसे दूर चला जाता है, हमे उसकी
कद्र का एहसास होता है, हमे
उसकी सही मायने में ज़िन्दगी में कीमत का एहसास होता है। ठीक वैसा ही यहां स्टीव के
साथ हुआ, अमोरा काफी
समय से स्टीव के साथ नजदीकी बढ़ाने की कोशिश कर रही थी, मग़र स्टीव उसे नजरअंदाज करता था, लेकिन आज वही स्टीव उसकी यादों में रो रहा है । यही है
वक़्त वक़्त की बात, आज आप
रोएं हैं किसी के लिए तो कल आपके लिए वो रोएगा। यह विधि का विधान है, हमारे
सब कर्म हम पर ही लौट आते हैं। स्टीव पहले से अधिक शराब पीने लग गया।हेनरी बहुत
दुखी और उदास था अपने डेड को इस हालत में देख कर, उसने डेज़ी और सेम से अपनी बात बताई।
डेज़ी ने हेनरी से कहा, “हमे किसी भी तरह से ऐलिस और उसकी मोम को ढूंढना चाहिए, क्योंकि
एक महीने से ऐलिस स्कूल नही आई है, अगर ऐसा ही चलता रहा उसका तो पूरा साल बर्बाद हो जाएगा।“
सेम बोलता है , “हमें किसी तरह उन्हें यहां बुलाना होगा, उन्हें
ढूंढने के लिए हमे टीचर की मदद लेनी चाहिए।
पीटर बोलता है, “मग़र टीचर हमारी कैसे मदद कर पाएंगे?” डेज़ी बोलती है।सेम
बोलता है , “ज़रूर
उनके पास कोई आईडिया होगा”वो टीचर के पास जाते हैं , टीचर को उनसे सारी बात का पता चलता है, टीचर उन्हें
कहती है कि ” हमे उन्हें एक स्कूल की तरफ से एक ईमेल या मैसेज भेजना होगा , जिसमे
ऐलिस की खराब होती पढाई के लिए , पेरेंट्स
टीचर मीटिंग रखनी होगी, हो सकता
है वो मेसेज पढ़ लें और बेटी के खराब होते भविष्य के लिए वापिस लौट आएं, मैं आज
ही हेडमास्टर से बात करती हूँ”।
स्कूल की तरफ से एक ऑफिसियल मेल भेजी गई, जिसमे
लिखा गया कि यदि ऐलिस अगले 10 दिन तक स्कूल नही आती उसका नाम क्लास से हटा दिया
जाएगा, इसलिए
एक पेरेंट्स टीचर मीटिंग रखी गई है, जिसमे अमोरा और ऐलिस दोनों को आना होगा।
वहां पीटर की हालत खराब थी, बिना ऐलिस के उसका जीना मुश्किल हो गया था, क्योंकि
वो हर पल एक दूसरे के साथरहते थे, साथ
घूमना, पढ़ना, साथ
खाना, साथ मे
घर जाना, उसे
ऐलिस की आदत लग चुकी थी, उसका रो
रो कर बुरा हाल था, उधर स्टीव
की हालत भी कुछ ऐसी ही थी। पेरेंट्स टीचर वाले दिन सब के माँ बाप को बुलाया गया
था। पर खास तौर पर वो मीटिंग थी ऐलिस के भविष्य के लिए, और स्टीव अमोरा को एक करने के लिए।
डेज़ी पीटर से कहती है , “मुझे पता है तुम बहुत उदास हो पीटर,मैं भी
इस दौर से गुज़र चुकी हूं, बहुत
अजीब लगता है जब तुम्हारे दिल के करीबी लोग तुमसे दूर चले जाते हैं, क्योंकि
एक उनके लिए तो हम हर काम करते हैं, जीते उनके लिए हैं मरते भी उन पर हैं, वो
खालीपन का एहसास बहुत भयानक होता है पीटर, जब तुम देखते हो नज़रें घुमा कर हर कोई अपने मे व्यस्त
होता है, कोई
अपने दोस्तों के साथ खेल रहा होता है, कोई हस्ता है, कोई लड़ाई कर रहा है, कोई रो रहा है, कोई पढ़ रहा है, कोई अकेला नही दिखता अपने सिवा, ये खालीपन अंदर ही अंदर हमे खा जाता है पीटर, जब
तुम्हे लगने लगता है तुमने अपना सारा प्यार ज़िन्दगी का सारा प्यार सिर्फ और सिर्फ
एक इंसान पर लुटा दिया और वो इंसान तुम्हे तन्हा छोड़ कर चला जाए, तो
दुनिया के सारे रंग बेरंग हो जाते है, हर खाना बेस्वाद हो जाता है, तुम हम सब को अपना दोस्त मानो और ज़िन्दगी में कभी मायूश
नही होना पीटर , प्यार
की ज़रूरत हर किसी को है, वरना हम
जी नही पाएंगे यहां इस धरती पर, इस धरती
पर घटने वाली सब घटनाओं में से प्यार सबसे कमाल की और जादुई चीज़ है, जो जीवन
को पनपने का अवसर और प्रोत्साहना देता है।“
पीटर डेज़ी से कहता है, “तुम सच कहती हो डेज़ी, ज़िन्दगी बेरंग हो गई है मेरी तो कुछ अच्छा नही लगता अब
तो ऐलिस के बिना(और वो ज़ोर ज़ोर से रोने लगता है)
सेम और हेनरी उसे गुदगुदी करने लगते हैं और किसी तरह वो
पीटर को खुश करते हैं और चारो कैंटीन में कुछ खाने चले जाते हैं।
सेम बोलता है, “हेनरी मुझे लगता है खाना प्यार से भी ज्यादा खुशी देता
है, मैं जब
भी कुछ स्वादिस्ट खाता हूं तो सब दुख दर्द भूल जाता हूँ।
हेनरी बोलता है, “शायद इसमें भी प्यार मिला होता है , डेज़ी
मेरे लिए चॉक्लेट केक लाई थी, जब हमने
पहली बार एक दूसरे को जानने की कोशिश की, शायद उस केक में डेज़ी प्यार मिला कर लाई थी, जिसके
बाद हम दोनों को प्यार होने लगा। वो मेरा पहला प्यार था।
डेज़ी शर्माते हुए बोलती है, “और मेरा भी” दोनों एक दूसरे के गले लगते हैं और चूम लेते
है एक दूसरे को । सेम सीटियां बजाने लगता है। और पीटर मुश्कुराने लगता है। यही है
प्यार जो हमे बांध कर रखता है इस ज़िन्दगी से।कितना प्यारा एहसास है, किसी
खास का साथ होना कितना रोमांचित कर देता है रूह को, कोई ऐसा जो हर दम आपके साथ है दुख में सुख में।
काफी दिन बीत जाते हैं, और ऐलिस और अमोरा का कुछ पता नही चलता, पेरेंट्स
टीचर मीटिंग का दिन आता है , स्कूल
में सुबह से पेरेंट्स की भीड़ जुट गई, सब माँ बाप बच्चो के टीचर्स से मिलने स्कूल जा रहे थे।
उनके बच्चे खुश थे कि जहां वो पढ़ते हैं, वहां उनके पेरेंट्स आए हैं, वो उन्हें अपनी क्लास दिखा रहे थे,हाथ पकड़
कर ।
एक छोटी सी लड़की अपने डेड का हाथ पकड़ कर उन्हें अपनी
कलास में ले गई और बोली , “डेड ये
मेरा टेबल है, ये मेरे
दोस्त का टेबल , यहां
मेरी दोस्त बैठती है, यहां
टीचर बैठती है, यहां हम
लंच करते हैं यहां हम खेलते हैं। वो बहुत खुश थी, और उसके डेड उसके पीछे पीछे मुश्कुराते हुए ऐसे जा रहे
थे मानो वो कोई बच्चे हों और उनकी बेटी उनकी माँ।
हेनरी ये देख कर भावुक हो गया, क्योंकि उसके डेड आज तक कभी उसकी परेंट्स
टीचर मीटिंग में नही आए थे। क्योंकि उन्हें हर
महीने हेनरी की शिकायतों के कारण की बार हेडमास्टर से मिलना पढता था ,वो सोच
रहा था कि ये छोटी लड़की कितनी खुशकिस्मत है। वो डेज़ी से बोलता है, “तुम्हे
क्या लगता है मेरे डेड आएंगे ??
डेज़ी बोलती है, “अगर उनके दिल मे प्यार होगा तो वो ज़रूर आएंगे, अब वो
प्यार तुम्हारे लिए भी हो सकता है या अमोरा आंटी के लिए भी”।
मीटिंग खत्म होने में एक घण्टा बाकी था, कोई भी
नही आया था , ना ऐलिस
और उसकी माँ और ना ही स्टीव। टीचर पूछती है हेनरी से, “तुम्हारे डेड अभी तक क्यों नही आए?” हेनरी बोलता है, “शायद वो
कहीं जाम में फस गए होंगे” टीचर बोलती है , “तुम हर बार यही बहाना लगाते हो, पर वो कभी नही आते”।
हेनरी अभी टीचर का जवाब दे ही रह होता है कि अचानक गेट
की तरफ देखता है, और
चिल्लाता है, “डेड, मेरे
डेड आ गए, आज मैं
बहुत खुश हूं टीचर , मेरे
डेड मेरे स्कूल आए हैं।“ वो भागता हुआ जाता है और स्टीव को गले लगा लेता है। स्टीव
हेनरी को पुचकारता है और बोलता है , “मुझे माफ़ करना बेटा, मैं आज सच मे जाम में फंस गया था, इसलिए
देर हो गई”
स्टीव टीचर से बातचीत करने लगा, पूछने लगा कि हेनरी कैसा है पढाई में?टीचर ने कहा , “पढ़ाई
में तो ठीक है, पर आपको
तो पता ही है क्लास का सबसे शरारती लड़का यही है, इतनी बार हमारी आपकी फोन पर बात हो चुकी है, पर एक
बात बताऊं मिस्टर स्टीव पिछले कुछ दिनों से उसके व्यवहार में बदलाव आया है, अब वो
चिड़चिड़ा बदमाश नही रहा, उसके
अंदर स्नेहशीलता आई है, वो अब गुस्सैल
नही रहा, उसके
दिल मे अब प्यार उमड़ता है।
हेनरी बोलता है, “हाँ ये बात पर तो मैंने भी गौर किया मगर ये सब हुआ कैसे
आपने कैसे उसे ऐसे बनाया टीचर” टीचर मुश्कुराते हुए बोलती है , “नही
मिस्टर स्टीव हमने उसे कुछ नही किया जो भी किया है उस लड़की ने किया है, जो उसके
साथ खड़ी है, जब से
वो उसकी जिंदगी में आई है वो खुश रहने लगा है, शायद उसे प्यार की कमी थी मिस्टर स्टीव एक माँ के प्यार
से तो वो पहले ही वंचित है, उस लड़की
ने उसका ह्रदय परिवर्तन किया है वो बहुत अच्छी लड़की है, दोनों एक दूसरे को पसंद करते है।
स्टीव कहता है, “सारी गलती मेरी ही है, मैं ही उसे एक माँ जैसा प्यार नही दे पाया , ना ही
मैं एक अच्छा पिता बन पाया।
टीचर बोलती है, “आप चाह कर भी माँ का प्यार उसे नही दे सकते मिस्टर स्टीव
, वो एक
महिला के इलावा कोई और नही दे सकता।आप दूसरी शादी क्यों नही कर लेते मिस्टर स्टीव, क्या
आपको कभी ऐसा नही लगा कि आपको भी उसी प्यार की ज़रूरत है,अगर आप खुश रहेंगे तो हेनरी खुश रहेगा घर में एक माँ का
होना ज़रूरी है मिस्टर स्टीव, मुझे
माफ़ करना अगर मैं ज्यादा बोल गई अगर पर एक टीचर होने के नाते मैं यहीं कहूंगी की
आपको दुबारा शादी कर लेनी चाहिए।
टीचर की बात सुनकर स्टीव गहरी सोच में पड़ जाता है।और सोच
में डूब जाता है, वो सोच
ही रह होता है एक जाना पहचाना नाम उसके कानों में पड़ता है।
टीचर कहती है, “आइए मिसिज अमोरा विल्सन आपका ही इंतज़ार था। इतना
सुनते ही आंखें बंद किए बैठा स्टीव झट से पीछे मुड़ कर देखता है, पीछे
ऐलिस और अमोरा खड़े थे, अमोरा के
चेहरे पर वो पहले जैसी खुशी ना थी, उनके पीछे हेनरी डेज़ी पीटर और सेम चारो दरवाजे की खिड़की
से झांक झांक कर अंदर देख रहे थे, पीटर तो
कुछ ज्यादा ही उतावला था।
अमोरा जब देखती है कि स्टीव भी वहीं बैठा है, तो वो
घबरा जाती है, शर्मा
जाती है और थोड़ी व्याकुल थोड़ी चिंतित थोड़ी खुश और थोड़ी क्रोधित भी थी।
टीचर अमोरा से बोलती है, “कैसी हैं आप मैंम कहाँ गायब हो गई थी आप अपनी बेटी को
लेकर”
अमोरा बोलती है, “दरअसल मेरी माँ बीमार थी, मैं उनके साथ उनके घर पर ही थी,ऐलिस भी उसी शहर में मेरे साथ थी, आपकी
मेल मिली तो मुझे लगा कि ऐलिस का भविष्य खराब हो रहा है तो मैं फौरन चली आई। टीचर
पूछती है, “अब कैसी
हैं आपकी माँ?
अमोरा ने कहा, “अब ठीक हैं पहले से”। टीचर पूछती है ऐलिस से , “तो ऐलिस
कैसी हो तुम? अपनी टीचर को बिना बताए ही चली गई, हमने आपको बहुत मिस किया। तो कल से तुम अब रोज़ स्कूल
आओगी ना ? ऐलिस सिर हिला कर हाँ में जवाब देती है। काफी देर तक अमोरा टीचर और ऐलिस
के बीच बात होती है, स्टीव
वहीं बैठा था चुपचाप अमोरा को प्यार भरी नजरों से देख रहा था, और पीटर
ऐलिस को , ऐलिस
पीटर को , और डेज़ी और हेनरी एक दूसरे को देख देख कर खुश हो
रहे थे।
मीटिंग खत्म हुई, और अमोरा और ऐलिस जाने लगी, ऐलिस भाग कर अपने दोस्तों के पास चली गई और पीटर को गले
लगा लिया। सेम डेज़ी और हेनरी से उसने हाथ मिलाया, और उसने हेनरी के कान में कहा , “थैंक्यू हेनरी, हमारा प्लेन कामयाब हुआ” जैसा हमने सोचा था ठीक वैसा ही
हुआ, तुम सच
मे बहुत शातिर दिमाग निकले हेनरी”। हेनरी खुश था जिसे बहुत जल्द ऐलिस जैसी बहन
मिलने वाली थी ।
उधर स्टीव भागता हुआ अमोरा के पास जाता है ,जैसे ही
वो स्कूल के बाहर निकलते हैं , स्टीव
अमोरा का हाथ पकड़ लेता है, मग़र
अमोरा गुस्से में थी,वो अपना
हाथ छुड़ा कर गाड़ी में बैठ जाती है, स्टीव ड्राइवर के बगल वाली सीट में बैठ जाता है, और
अमोरा का हाथ फिर से पकड़ लेता है। अमोरा गुस्से में बोलती है, “स्टीव
मेरा हाथ छोड़ दो, मुझे घर
जाने दो मुझे तुमसे कोई बात नही करनी, तुम रहो अपनी मर्सी की यादों में, मुझे
तुमसे कोई रिश्ता नही बनाना, तुम एक
खुदगर्ज़ इंसान हो स्टीव तुम्हे सिर्फ अपने आप से मतलब है, तुम्हे कोई फर्क नही पड़ता कोई तुम्हे कितना भी प्यार करे, तुम
पत्थर दिल हो स्टीव, जितना
प्यार मैंने तुमसे किया,उतना
मैं अगर किसी पत्थर से भी करती तो वो भी पिघल जाता , मग़र तुम से ज्यादा खुदगर्ज़ मैंने आज तक नही देखा कोई, यहां
मैं वापिस सिर्फ अपनी बेटी के लिए लौट कर आई हूं, तुम्हारे लिए बिल्कुल भी नही, मुझेनफरत है तुमसे, नफरत है तुमसे”। इतना कहते ही अमोरा जोर जोर से रोने
लगती है। स्टीव जो जुदाई की आग में जल कर पूरी तरह पिघल चुका था, अपना
हाथ आगे बढ़ाता है और रोते हुए अमोरा के आँशु पौंझता है, और बोलता है, “मुझे माफ़ कर दो अमोरा, मैं तुम्हारे प्यार की गहराई को समझ नही पाया, मर्सी
से मैं दिल और दिमाग से ऐसे जुड़ गया था, मेरे दिमाग और दिल पर किसी और का नाम आता ही नही था, पर
अमोरा यकीन मानो जब से तुम चली गई, दिन रात मैंने
तुम्हे याद किया, तुम्हारी
बातों को याद किया, तुम्हारे
साथ बिताए हर लम्हे को याद किया, मैं
खुदगर्ज़ नही हूँ अमोरा, बस मैं
तुम्हारे प्यार को समझ नही पाया था, जो तुम्हारे जाने के बाद मुझे एहसास हुआ जैसे कि कोई
अपना छोड़ कर चला गया, दिल
बहुत दुखता था, दिन रात
तुम ही तुम नज़र आती थी हर जगह, मुझे
माफ़ कर दो अमोरा। और इतना कहते ही वो अमोरा के होंठो को चूम लेता है और अमोरा भी
उसे नही रोकती, ये
नजारा सच मे खूबसूरत था जब प्यार की जंग प्यार से जीती गई और अमोरा को स्टीव जैसा
भला इंसान मिला तो स्टीव को अमोरा जैसी इतनी प्रेम करने वाली महिला मिली। दोनों
काफी खुश थे, दोनों
के चेहरे पर मुश्कान थी, आंखों
में आँशु थे और दिल मे बेशुमार प्यार था। वो लगातार एक दूसरे को चूमते रहे और दूर
खड़ी बच्चा ब्रिगेड ये सब देख देख कर मुश्कुरा रही थी, सबकी आंखे नम थी, हेनरी और ऐलिस बहुत खुश थे कि उनके माता पिता को नया
साथी मिल गया।
कुछ दिनों बाद ही अमोरा और स्टीव ने शादी कर ली, और अब स्टीव
अमोरा, हेनरी, और ऐलिस
एक साथ रहने लगे, ऐलिस जो
की हेनरी जिससे प्यार करता था, उसे
प्यार तो मिला मग़र डेज़ी से, ऐलिस
हेनरी अब भाई बहन थे, और दोनो
काफी खुश थे। अमोरा की अधूरी इच्छा स्टीव ने पूरी कर दी, उन्होंने
हर दिन और रात अपने प्यार का आनन्द लिया और जिंदगी खुशियों से भर गई, उनकी एक
बेटी भी हुई जिसका नाम उन्होंने एप्रिल रखा क्योंकि वो एप्रिल के महीने में ही
जुदा हुए थे, वो एक
महीना ही उन्हें करीब ले कर आया। कुछ सालों बाद ऐलिस की शादी पीटर से हुई तो वो और
पीटर एक साथ रहने लगे और वहीं हेनरी और डेज़ी ने भी शादी कर ली, और वो
अमोरा के घर पर रहने लगे, अमोरा
स्टीव और उनकी नन्ही गुड़ियाँ एप्रिल एक साथ थे, सब खुश थे। जितनी खुशी पहले कभी नही थी, तो इस
खुशी का राज़ क्या था कोई जादू? जादू ही
समझ लीजिए ये प्यार का जादू था, जिसने
बेरंग ज़िन्दगी रंगीन कर दी। प्यार होना ज़िन्दगी में बहुत ज़रूरी है, हवा, पानी ,अग्नि , धरती और
आकाश ये पांच मूल तत्व है इस संसार के जिनसे ये ब्रह्मांड की रचना हुई है। पर इन
सब के होने के बावजूद भी जिंदगी पनपने के लिए छठा तत्व भी ज़रूरी है जिसे प्यार कहा
जाता है। इसके बिना जीवन संभव नही है, विनाश और दुख ही दुख होगा इसके बिना, प्यार
ब्रह्मांड में सबसे शक्तिशाली तत्व है जो इन पांचो तत्वों में जान डालता है, उन्हें
संजीव बनाता है।इस ब्रह्मांड में जो भी कुछ अच्छा है वह प्यार की मौजूदगी की वजह
से और जो कुछ भी बुरा है प्यार के ना होने का कारण। प्यार ही है वो ब्रह्मांड का
छठा तत्व । चलता हूँ दोस्तो फिर मिलूँगा एक नई कहानी के साथ , तब तक
ज़िन्दगी के हर पल को उल्लास से जिओ और कुछ करो ना करो प्यार जीते जी जरूर करना।
आपका अपना कवि
$andy Poet