ऐ मेरे दिल मे वो भगत सिंह सा जज्वा..
कुछ कर दिखाऊं इस देश के लिए ..
ऐ मेरे होंसले बुलंद इतने .
के मर दिखाऊं इस देश के लिए ..
आज़ादी ही मेरी दुल्हन हो ..
पाने के लिए उसे बस धड़के जिगर..
देश की उन्नति ही मेरा सपना हो ..
करूँ मैं हर पल बस उसका ज़िकर..
कवि बन के मैं सबको प्यार सिखाऊँ...
बन के अभियंता देश का निर्माण करुँ..
इंसानियत का सबको दूँ संदेशा..
भारतीय बन देश का गुणगान करुँ..
इक हिस्सा बनु इस देश का ऐसा ..
इक किस्सा बनु इस देश का ऐसा..
जब जब मेरा नाम आये..
मेरे देश का गर्व से चौड़ा हो सीना.
मैं रहूँ इसके आँचल मे हमेशा..
बस अब तो मुझे यहीं है मरना-जीना..
ऐ मेरे दिल मे वो भगत सिंह सा जज्वा..
कुछ कर दिखाऊं इस देश के लिए ..
ऐ मेरे हौसले बुलंद इतने.
के मर दिखाऊं इस देश के लिए..
$andy's
जय हिन्द
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